इस चुनाव में दंतेवाड़ा सीट पर उम्मीदवारों के बीच रिश्तों का गजब का समीकरण बन रहा है। परिणाम किसी एक उम्मीदवार के पक्ष में ही रहेगा, लेकिन सियासी लड़ाई में रिश्ते-नाते दरकिनार हो गए हैं। एक ही जनजातीय समुदाय से होने की वजह से नामवापसी के बाद मैदान में रह गए सभी सात उम्मीदवारों के बीच आपसी रिश्तेदारी है। वे आपस में किसी न किसी रिश्ते से जुड़े हुए हैं।
कांग्रेस उम्मीदवार देवती कर्मा और सीपीआई के नंदाराम सोरी आपस में भाई-बहन हैं, देवती नंदा को दादा (बड़े भैया) कहकर संबोधित करती हैं तो प्रमुख प्रतिद्वंद्वी भाजपा के भीमा मंडावी रिश्ते में देवती के बहनोई हैं।
एक दूसरे का सम्मान करते हैं सभी: आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार बल्लू भवानी की चाची होने वजह से उनका मां-बेटे का रिश्ता है। जोगी कांग्रेस की बागी उम्मीदवार जया कश्यप रिश्ते में देवती की भतीजी लगती हैं, तो बसपा के उम्मीदवार केशव नेताम और सीपीआई के बागी सुदरू कुंजाम का आप उम्मीदवार बल्लू से मामा-भांजा का रिश्ता है। सबसे अच्छी बात यह है कि सियासी तौर पर आपसी प्रतिद्वंद्विता के बावजूद कहीं मिलते हैं, तो एक-दूसरे को अभिवादन और रिश्ते से संबोधित करना नहीं भूलते।
दंतेवाड़ा सीट
कुल वोटर: 187343, पुरुष- 89452, महिला- 97891
2013 में नतीजे :
देवती कर्मा- 41417 कांग्रेस
भीमा राम मंडावी- 35430 भाजपा
कुल वोट पड़े 108350 (62.03% वोटिंग)
उम्मीदवार के बीच हार-जीत का अंतर 5987 वोटों का रहा।
यह सीट 2008 में सत्तारूढ़ भाजपा के पास थी।
फिल्म की कहानी स्टॉक मार्केट और उसके हथकंडों पर आधारित है। फिल्म में शकुन कोठारी (सैफ अली खान) बहुत लालची और चालाक बिजनसमैन है जो पैसा कमाने के लिए कुछ भी कर सकता है। वहां इलाहाबाद जैसे छोटे शहर का रिजवान अहमद( रोहन मेहरा) है, जिसके बड़े ख्वाब है।शकुन कोठारी को वो अपना आदर्श मानता है, और उसके जैसा ही बनना चाहता है. वह मुंबई आता है, और अपने सपनों के पीछे भागने लगता है। रिजवान को प्रिया यानी राधिका आप्टे मिलती है। जिसके बाद स्टॉक मार्केट में पैसे का खेल शुरू हो जाता है जिसके बाद फिल्म पूरी तरह से थ्रिलर और रोमांच से भर जाती है।
रिव्यू-फिल्म के रिव्यू की बात करें तो फिल्म कुछ अलग विषय पर आधारित है। कॉमेेडी, ड्रामा, रोमांस से दूर ये फिल्म एक्शन थ्रिलर है। यानि अगर आप लंबे वक्त से रोमांच से भरी फिल्म देखमा चाहते हैं तो बाज़ार आपके लिए अच्छा विकल्प होगी। फिल्म के निर्देशक ने भी बढ़िया काम किया है। सभी का काम सराहनीय है। सैफ अली खान अपने रोल के साथ ईमानदार रहे हैं। सेक्रेड गेम्स के बाद सैफ अली खान इस रोल में खूब चजे हैं। वही इस हफ्ते कोई भी बड़ी फिल्म रिलीज़ नहीं हो रही जिसका फायदा बाज़ार को ज़रूर मिलेगा।
कांग्रेस उम्मीदवार देवती कर्मा और सीपीआई के नंदाराम सोरी आपस में भाई-बहन हैं, देवती नंदा को दादा (बड़े भैया) कहकर संबोधित करती हैं तो प्रमुख प्रतिद्वंद्वी भाजपा के भीमा मंडावी रिश्ते में देवती के बहनोई हैं।
एक दूसरे का सम्मान करते हैं सभी: आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार बल्लू भवानी की चाची होने वजह से उनका मां-बेटे का रिश्ता है। जोगी कांग्रेस की बागी उम्मीदवार जया कश्यप रिश्ते में देवती की भतीजी लगती हैं, तो बसपा के उम्मीदवार केशव नेताम और सीपीआई के बागी सुदरू कुंजाम का आप उम्मीदवार बल्लू से मामा-भांजा का रिश्ता है। सबसे अच्छी बात यह है कि सियासी तौर पर आपसी प्रतिद्वंद्विता के बावजूद कहीं मिलते हैं, तो एक-दूसरे को अभिवादन और रिश्ते से संबोधित करना नहीं भूलते।
दंतेवाड़ा सीट
कुल वोटर: 187343, पुरुष- 89452, महिला- 97891
2013 में नतीजे :
देवती कर्मा- 41417 कांग्रेस
भीमा राम मंडावी- 35430 भाजपा
कुल वोट पड़े 108350 (62.03% वोटिंग)
उम्मीदवार के बीच हार-जीत का अंतर 5987 वोटों का रहा।
यह सीट 2008 में सत्तारूढ़ भाजपा के पास थी।
फिल्म की कहानी स्टॉक मार्केट और उसके हथकंडों पर आधारित है। फिल्म में शकुन कोठारी (सैफ अली खान) बहुत लालची और चालाक बिजनसमैन है जो पैसा कमाने के लिए कुछ भी कर सकता है। वहां इलाहाबाद जैसे छोटे शहर का रिजवान अहमद( रोहन मेहरा) है, जिसके बड़े ख्वाब है।शकुन कोठारी को वो अपना आदर्श मानता है, और उसके जैसा ही बनना चाहता है. वह मुंबई आता है, और अपने सपनों के पीछे भागने लगता है। रिजवान को प्रिया यानी राधिका आप्टे मिलती है। जिसके बाद स्टॉक मार्केट में पैसे का खेल शुरू हो जाता है जिसके बाद फिल्म पूरी तरह से थ्रिलर और रोमांच से भर जाती है।
रिव्यू-फिल्म के रिव्यू की बात करें तो फिल्म कुछ अलग विषय पर आधारित है। कॉमेेडी, ड्रामा, रोमांस से दूर ये फिल्म एक्शन थ्रिलर है। यानि अगर आप लंबे वक्त से रोमांच से भरी फिल्म देखमा चाहते हैं तो बाज़ार आपके लिए अच्छा विकल्प होगी। फिल्म के निर्देशक ने भी बढ़िया काम किया है। सभी का काम सराहनीय है। सैफ अली खान अपने रोल के साथ ईमानदार रहे हैं। सेक्रेड गेम्स के बाद सैफ अली खान इस रोल में खूब चजे हैं। वही इस हफ्ते कोई भी बड़ी फिल्म रिलीज़ नहीं हो रही जिसका फायदा बाज़ार को ज़रूर मिलेगा।
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